ग्रंथियाँ (Glands)
ये मानव शरीर के ऐसे अंग हैं जो स्रावी कोशिकाओं से बने होते हैं तथा विभिन्न प्रकार के तरल पदार्थो का स्राव करते हैं.
अंतःस्रावी विज्ञान के जनक ‘थॉमस एडिसन’ हैं. अंतःस्रावी तंत्र से सम्बंधित सर्वप्रथम ज्ञात रोग एडिसन रोग है जो एड्रिनल ग्रंथि से सम्बंधित है.
ग्रंथियों के प्रकार
कशेरुकी प्राणी में तीन प्रकार की ग्रंथियां पाई जाती हैं
- बहिःस्रावी ग्रंथियाँ (Exocrine Gland)
- अंतःस्रावी ग्रंथियाँ (Endocrine Gland)
- मिश्रित ग्रंथियाँ ( Mixed Gland)
बहिःस्रावी ग्रंथियाँ (Exocrine Gland)
ये नलिकायुक्त ग्रंथियाँ होती हैं. इनके द्वारा स्रावित तरल नलिकाओं द्वारा सम्बंधित अंग में पहुंचता है. जैसे- लार ग्रंथि, स्वेद ग्रंथि, तेल ग्रंथि आदि.
अंतःस्रावी ग्रंथियाँ (Endocrine Gland)
ये नालिकविहीन होती हैं. इनके द्वारा स्रावित तरल ‘हार्मोन्स’ कहलाता है जो रक्त द्वारा वितरित होता है. थाईराइड, पियूष ग्रंथि, आदि अंतःस्रावी ग्रंथियाँ हैं.
मिश्रित ग्रंथियाँ ( Mixed Gland)
ये वहिकायुक्त ग्रंथियाँ हैं. इनका एक भाग अंतःस्रावी तथा दूसरा भाग बहिःस्रावी होता है. जैसे- अगनाशय. हार्मोन्स शब्द का विधिवत उपयोग ‘स्टारलिंग (Ernest H. Starling 1905) ने किया था. हेक्सेल ने इन्हें रासायनिक संदेशवाहक कहा था. ‘सिक्रीटीन’ हार्मोन्स सर्वप्रथम खोजा गया था
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