नील हरित शैवाल
ग्रीक भाषा में सायनो का अर्थ होता है- नीला। इसलिए नील-हरित शैवालों को सायनोबैक्टीरिया (Cyanobacteria) अथवा सायनोफाइटा (Cyanophyta) भी कहा जाता है। नील-हरित शैवाल जीवाणुओं का एक संघ (Phylum) है ये जीवाणु प्रकाश संश्लेषण से स्वयं ऊर्जा का उत्पादन करते हैं।
ये वायुमंडलीय नाइट्रोजन का यौगिकीकरण कर, धान की फसल को आंशिक मात्रा में नाइट्रोजन की आपूर्ति करते हैं। यह जैविक उर्वरक है जो रासायनिक तथा नाइट्रोजनी उर्वरकों की तुलना में सस्ता एवं सुलभ विकल्प है।
नील हरित शैवाल के उदाहरण
नील-हरित शैवाल के उदाहरण निम्न हैं
स्पाइरुलिना (Spirulina), एनाबीना (Anabaena), नोस्टॉक (Nostoc), ऑसिलेटोरिया (Oscillatoria) आदि है।
नील हरित शैवाल का फोटो | Blue-Green Algae image
नील हरित शैवाल का फोटो निचे आप देख सकते हैं.
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