चौपाई क्या है
चौपाई – चौपाई में चार चरण होते हैं तथा प्रत्येक चरण में 16 मात्राएँ होती हैं। चोपाई एक मात्रिक छन्द है। चौपाई के अन्त में 2 दीर्घ (ऽऽ) होते हैं। उदाहरण –
प्रबिसि नगर कीजे सब काजा।
हृदय राखि कोसलपुर राजा।।
गरल सुधा रिपु अमिय मिताई।
गोपद सिन्धु अनल सितलाई।।
चौपाई के उदाहरण
- कहहु सखी अस को तनु धारी। जो न मोह यहु रूप निहारी।।
कोउ सप्रेम बोली मृदु बानी। जो मैं सुना सौ सुनहु सयानी।। - बन्दऊ गुरु पद पदुम परागा। सुरचि सुबास सरस अनुरागा।।
सिसु सब राम प्रेम बस जाने। प्रीति समेत निकेत बखाने।।