ऐम्पियर की परिभाषा | Ek Ampere ki paribhasha

ऐम्पियर की परिभाषा

ऐम्पियर की परिभाषा दो समान्तर धारावाही तारों के बीच लगने वाले बल के आधार पर दी जाती है। यदि हम तारों में बहने वाली धारा i का मान इतना रखें कि निर्वात् (अथवा वायु) में 1 मीटर की दूरी पर स्थित दो सीधे, लम्बे व समान्तर तारों के बीच प्रत्येक तार की प्रति मीटर लम्बाई पर लगने वाला बल 2 x 10-7 न्यूटन / मीटर हो, तब इस धारा का मान एक ऐम्पियर‘ कहलाता है।

इस प्रकार, एक ऐम्पियर वैद्युत धारा वह है जो कि निर्वात् (अथवा वायु) में परस्पर 1 मीटर की दूरी पर स्थित दो ऋजुरेखीय, लम्बे व समान्तर तारों में प्रवाहित होने पर प्रत्येक तार की प्रति मीटर लम्बाई पर 2 × 10-7  न्यूटन का बल उत्पन्न करती है.

एक एम्पियर में कितन वाट होता है?

एक एम्पियर में 144 वाट (AC) तथा 230 वाट (DC) होता हैं

लेन्ज का नियम, लेन्ज का नियम किस पर आधारित है

स्वप्रेरण क्या है, स्वप्रेरण गुणांक की विमा

मैलस का नियम | Malus ka niyam 

Leave a Comment