वाक्य परिवर्तन | रचना के आधार पर वाक्य परिवर्तन | वाक्य रूपांतर

वाक्य परिवर्तन कैसे करते हैं. रचना के आधार पर वाक्य परिवर्तन करने के लिए क्या क्या नियम है उसकी पूरी जानकारी इस आर्टिकल में दी गई है.

वाक्य रूपांतर

किसी वाक्य को बिना अर्थ बदले, दूसरे वाक्य में बदलने की क्रिया को वाक्य परिवर्तन या रूपांतर की क्रिया कहते हैं।” दुनिया की हर भाषा में किसी एक विचार को कई प्रकार से बिना अर्थ बदले व्यक्त कर देने की सुविधा है। यह कला व्याकरण क्षेत्र में वाक्य रूपांतरण कहलाती है।

हिन्दी व्याकरण भी इस रूपांतरण कला से वंचित नहीं है। हिन्दी व्याकरण में सरल वाक्य को संयुक्त वाक्य में तथा संयुक्त वाक्य को मिश्रित वाक्य में बदल सकने की क्षमता है। इसके कुछ नियम हैं। उदाहरण-

रचना के आधार पर वाक्य परिवर्तन

साधारण वाक्य से संयुक्त वाक्य में परिवर्तन

साधारण वाक्य  संयुक्त वाक्य 
बालक रोकर चुप हो गया। बालक रोता रहा और चुप हो गया।
कठोर बन कर भी सहृदय बनो। कठोर बनो परन्तु सहृदय बनो।
वह फल खरीदने के लिए बाजार गया।  उसे फल खरीदने थे इसलिए वह बाजार गया
आप द्वार पर बैठकर उसकी प्रतीक्षा करें। आप द्वार पर बैठे और उसकी प्रतीक्षा करें।
संन्यासी आशीर्वाद देकर अन्तर्ध्यान हो गया। संन्यासी ने आशीर्वाद दिया और वह अन्तर्ध्यान हो गया।

साधारण वाक्य से मिश्र वाक्य में परिवर्तन

साधारण वाक्य  मिश्र वाक्य 
स्वावलम्बी व्यक्ति सदा सुखी रहते हैं। जो व्यक्ति स्वावलम्बी होते हैं वे सदा सुखी रहते हैं।
धनी व्यक्ति हर वस्तु खरीद सकता है।   जो व्यक्ति धनी है वह हर वस्तु खरीद सकता है।
तुम गाड़ी रुकने के स्थान पर चले जाओ।   तुम वहाँ चले जाओ जहाँ गाड़ी रुकती है।
वह जूते खरीदने के लिए बाजार गया। क्योंकि उसे जूते खरीदने थे इसलिए वह बाजार गया।
टोपी वाला बाबू कहाँ गया ? जिसने टोपी पहन रखी थी, वह बाबू कहाँ गया?

संयुक्त वाक्य से मिश्र वाक्य में परिवर्तन

संयुक्त वाक्य  मिश्र वाक्य 
तुम बाहर गए और वह सो गया।  तुम्हारे बाहर जाते ही वह सो गया।
 माँ ने मारा तो बालक रूठ गया। माँ के मारने पर बालक रूठ गया।
वह बाजार गया और केले लाया। वह बाजार जाकर केले लाया।
शशि गा रही है और नाच रही।  शशि गा और नाच रही है।
उसने अध्ययन किया और परीक्षा में उत्तीर्ण हुआ। वह अध्ययन करके परीक्षा में उत्तीर्ण हुआ।

मिश्र वाक्य से साधारण वाक्य में परिवर्तन

मिश्र वाक्य  साधारण वाक्य 
रोगी ने ज्यों ही दवाई पी उसे उल्टी हो गई। रोगी को दवाई पीते ही उल्टी हो गई।
वह मुझसे कहता है कि आओ।  वह मुझे आने के लिए कहता है।
 उसने मुझसे कहा है कि मैं परिश्रमी हूँ। उसने स्वयं को परिश्रमी कहा।
जब तक डॉक्टर पहुँचा, रोगी मर चुका था। डॉक्टर के पहुँचने तक रोगी मर चुका था।
 यदि तुम परिश्रम करोगे तो सफल होगे।  परिश्रम करने पर सफल होंगे।

मिश्र वाक्य से संयुक्त वाक्य में परिवर्तन

मिश्र वाक्य  संयुक्त वाक्य 
सुषमा इसलिए स्कूल नहीं गई क्योंकि वह बीमार है सुषमा बीमार है इसलिए स्कूल नहीं गई।
मेरे पिताजी वे हैं जो पलंग पर लेटे हैं। वे मेरे पिताजी हैं जो पलंग पर लेटे हैं।
जो विद्यार्थी परिश्रमी होता है वह अवश्य सफल होता है। विद्यार्थी परिश्रमी होता है तो अवश्य सफल होता है।
यदि आप उससे मिलना चाहते हैं तो द्वार पर प्रतीक्षा करें। आप उससे मिलना चाहते हैं अतः द्वार पर प्रतीक्षा करें।
संगम उस स्थान को कहते हैं जहाँ दो नदियाँ आकर मिलती हैं। यहाँ दो नदियाँ आकर मिलती हैं तथा इसे संगम  कहते हैं।

संयुक्त वाक्य से मिश्र वाक्य में परिवर्तन

 संयुक्त वाक्य  मिश्र वाक्य
राधा ने ऐसी कहानी सुनाई कि मीरा रो पड़ी। राधा ने कहानी सुनाई और मीरा रो पड़ी।
तुम महान हो क्योंकि सच बोलते हो। तुम इसलिए महान हो क्योंकि सच बोलते हो।
उसने कठिन परिश्रम किया और उत्तीर्ण हो गया। वह इसलिए उत्तीर्ण हो गया क्योंकि उसे कठिन परिश्रम किया।
मेरे पास ‘गोदान’ है जिसके लेखक मुंशी प्रेमचन्द हैं।  मेरे पास ‘गोदान’ नामक वह उपन्यास है जिसके लेखक मुंशी प्रेमचन्द हैं।
वह बुद्धिमान है इसलिए उसे सोच-समझकर  कार्य करना चाहिए। क्योंकि वह बुद्धिमान है इसलिए उसे सोच-समझकर कार्य करना चाहिए।

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