उपग्रह किसे कहते हैं, उपग्रह के प्रकार | upgrah ke name in hindi

upgrah ki paribhasha. उपग्रह किसे कहते हैं, भारत द्वारा अंतरिक्ष में भेजे गए उपग्रहों के नाम लिखिए. भारतीय उपग्रह के नाम सैटेलाइट कितने प्रकार के होते हैं. kis grah ke kitne upgrah hai. मानव निर्मित उपग्रह के नाम, अंतरिक्ष में कितने प्रकार के उपग्रह हैं.

उपग्रह किसे कहते हैं

ग्रहों के चारों ओर परिक्रमा करने वाले खगोलीय पिण्ड उपग्रह कहलाते हैं। जो पिण्ड पृथ्वी के चारों ओर परिक्रमा करते हैं वे भू-उपग्रह (Earth Satellites) कहलाते हैं। उपग्रह ठीक उसी प्रकार ग्रहों की परिक्रमा करते हैं, जिस प्रकार ग्रह, सूर्य की परिक्रमा करते हैं।

उपग्रह के प्रकार

उपग्रह मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं-

(1) प्राकृतिक उपग्रह

(2) कृत्रिम उपग्रह

प्राकृतिक उपग्रह किसे कहते हैं

वे उपग्रह, जो प्राकृतिक रूप से निर्मित हुए हैं तथा किसी गृह के परितः एक निश्चित कक्षा में परिक्रमा करते हैं, प्राकृतिक उपग्रह कहलाते हैं। प्राकृतिक उपग्रहों को सामान्यतः चन्द्रमा (Moon) कहा जाता है, यद्यपि चन्द्रमा शब्द का उपयोग पृथ्वी के एकमात्र उपग्रह के लिए किया जाता है।

कृत्रिम उपग्रह किसे कहते हैं

ऐसे उपग्रह, जो मानव निर्मित हैं तथा विभिन्न प्रकार की सूचनाओं के एकत्रण एवं संचार सुविधाओं के लिए पृथ्वी के ऊपर निश्चित कक्षाओं में स्थापित किए गए हैं, कृत्रिम उपग्रह कहलाते हैं। प्रक्षेपण उद्देश्य तथा परिक्रमण कक्षाओं के आधार पर कृत्रिम उपग्रहों को 2 श्रेणियों में वर्गीकृत किया जाता है-

(1) भू-तुल्यकालिक उपग्रह

(2) ध्रुवीय उपग्रह

भू-तुल्यकालिक उपग्रह

पृथ्वी के विषुवत वृत्त के तल में किसी कक्षा में स्थापित उपग्रह को, जिसका आवर्तकाल पृथ्वी के अपने अक्ष पर घूर्णन करने के आवर्तकाल के बराबर हो, भू-तुल्यकालिक उपग्रह कहलाते हैं। इनका आवर्तकाल लगभग 24 घण्टे होता है। ये पृथ्वी के किसी स्थान से देखने पर स्थिर प्रतीत होते हैं।

भू-तुल्यकालिक एवं भू-स्थिर कक्षाओं की ऊँचाई लगभग 35,786 किमी. होती है। भारत द्वारा प्रक्षेपित IRNSS (Indian Regional Navigation Satellite System) के 7 उपग्रहों में से 3 भू-स्थिर (IRNSS- 16, 15, 1G) तथा 4 भू-तुल्यकालिक (IRNSS -1A, 18, 1D, 1E) उपग्रह हैं।

भू-तुल्यकालिक उपग्रह के उपयोग

दूरदर्शन प्रसारण में, मौसम पूर्वानुमान प्रणाली में, नेविगेशन आदि में।

ध्रुवीय उपग्रह किसे कहते हैं

ये उपग्रह, ध्रुवों के परितः उत्तर-दक्षिण दिशा में पृथ्वी की परिक्रमा करते हैं। ध्रुवीय उपग्रहों को पृथ्वी तल से 500-800 किमी. की ऊँचाई पर स्थित कक्षा में स्थापित किया जाता है। इन उपग्रहों का आवर्तकाल लगभग 100 मिनट होता है।

ध्रुवीय उपग्रहों के उपयोग : इन उपग्रहों का उपयोग सुदूर संवेदन (Remote Sensing), मौसम विज्ञान तथा पर्यावरणीय अध्ययनों के लिए किया जाता है।

सौरमंडल के ग्रह एंव उनके उपग्रह 

ग्रह  उपग्रह 
बुध (Mercury) व शुक्र (Venus) 0 उपग्रह 
पृथ्वी (Earth) 1 (चन्द्रमा)
मंगल (Mass) 2 (फोबोस एंव डीमोस)
वृहस्पति (Jupiter) 79 (यूरोप, कैलिस्टो आदि)
शनि (Saturm) 82 (मीमास, टेथिस आदि)
अरुण (Uranus) 27 (टाईटेनिया, ओबेरान आदि)
वरुण (Neptune) 13 (ट्राईटन, प्रोटीयस आदि)

उपग्रह में भारहीनता

किसी तल पर खड़े व्यक्ति को अपने भार का अनुभव उसके पैरों पर तल द्वारा लगाई गई प्रतिक्रिया के कारण होता है। उपग्रह में बैठे अंतरिक्ष यात्री पर लगाया गया प्रतिक्रिया बल शून्य होता है इसलिए उपग्रह में बैठा अंतरिक्ष यात्री भारहीनता का अनुभव करता है।

सबसे अधिक उपग्रह वाला ग्रह कौन हैं?

सबसे अधिक उपग्रह वाला ग्रह शनि है जिसके पास जिसके 82 उपग्रह हैं.

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