भू-पटल परिवर्तनकारी बल क्या होता है ! अंतर्जात बल तथा बहिर्जात बल

भू-पटल परिवर्तनकारी बल क्या होता है, यह कितने प्रकार का होता है अन्तर्जात बल तथा बहिर्जात बल क्या होता है आज हमने इसी के बारे में आपको बताया हा तो पूरा जानने के लिए अन्त तक पढ़ें.

भू-पटल परिवर्तनकारी बल

भू-पटल में परिवर्तन लाने वाले बलों को मुख्यतः दो वर्गों में विभाजित किया जाता है-

अंतर्जात बल

पृथ्वी में आंतरिक परिवर्तनों के फलस्वरूप उत्पन्न बल जो भू-पटल पर विषमताओं के लिये उत्तरदायी होता है। इसके अंतर्गत आकस्मिक बल, जैसे-ज्वालामुखी, भूकंप, भूस्खलन आदि तथा पटल विरूपक बल, जैसे-महाद्वीपीय जनक बल तथा पर्वत निर्माणकारी बल आदि आते हैं। पर्वत निर्माणकारी बलों में तनाव बल, जैसे- भुंग, चटकन तथा दरार बल आदि एवं संपीडन बल, जैसे- वलन तथा संवलन बल आते हैं।

बहिर्जात बल

पृथ्वी की सतह पर उत्पन्न होने वाले बल जिनका भू-पटल पर प्रमुख कार्य अनाच्छादन होता है, बहिर्जात बल कहलाते हैं। अनाच्छादन के अंतर्गत अपक्षय तथा अपरदन की क्रियाएँ आती हैं।


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